Saturday, 30 November 2019

दहलीज़ के पार

वो बिल्कुल एक कोने में खड़ी है 
चुपचाप किसी के इंतज़ार में 
वो यहां से जाना चाहती है 
लेकिन किसी ख्यालों में डूबे डूबे
उसने खुद को रोक रखा है 
चले जाने से पहले वो सोच रही है 
वो चली जाए तो क्या होगा 
सब खाली हो जाएगा 
उसके साथ चली जाएंगी सारी उम्मीदे 
वो एक दम से दरवाजे पर खड़ी बिफर पड़ती है 
आंखों पर अटकी आँसू की बिंदू 
आँख से निकलते ही कहीं हवा में गायब हो जाती है
और कितनी देर तक वो यूं ही बिना बताए बिना रुके 
चलते चलते कहीं खो जाती है ।
आंसू की बूंद अपने घर से एक बार निकलकर 
दोबारा उस घर में नही लौट पाती ।

Saturday, 23 November 2019

Revolution 2020

अभी कुछ दिनों में साल बदल जायेगा ।
Revolution 2020 आने में महज 42 दिन बाकी है ।
मुझे वो रातें याद है जब सर्दी की छुट्टियां खत्म होने को होती थी और अपने घर के एक कमरे में मैं और मेरा छोटा भाई 31 दिसंबर की रात को चोरी छुपे घर की छत पर आ कर आसमान को निहारते । सर्दी की रात में मलौट जैसे छोटे शहर से 31 दिसंबर जैसा कुछ नही दिखता । जो कुछ दिखता बस सब काल्पनिक होता । हम कल्पना करते कि हमारा घर U.S.A के किसी बड़े शहर के बीचों बीच है रोशनियों से सब कुछ जगमगा रहा है । लोगों की भीड़ किसी धुन पर नाच रही है हम छत के चारों कोनो से नीचे और ऊपर झांकते जैसे सब कुछ हमारे लिए ही घटित हो रहा है । आसमान में आतिशबाजी जैसे वहम सिर्फ हम दोनों ही देख पाते । किसी भी काल्पनिक चीज़ को बनाने के लिए हम में से कोई बोलता वो देखो लोगों की भीड़ कैसे नाच रही है । और जैसे ही 12 बजते हम अपनी ही धुन में झूमने लगते । अपने शहर को अपने घर की छत को हम नई दुनिया सा महसूस करते । इतने में माहौल पूरा रंगीन हो जाता और संगीत की तेज धुनों में हम नाचते नाचते सब कुछ भूल जाते । अचानक से वहां पुलिस के साईरन की आवाज़ सुनाई देती और हम वहां से सारी भीड़ को भाग जाने के लिए कहते । एक दम से सब कुछ शांत हो जाता ।  हम दोनों को पुलिस पकड़ लेती । हम को पकड़ कर नीचे लाया जाता और सुला दिया जाता । और एक रज़ाई में हम दोनो कुछ देर तक लेते रहते और दोनों एक दूसरे की तरफ देख कर हंसते और कहते Happy New year 

ये कई साल तक ऐसा चलता रहा हम अपना नया साल लास वेगस में मनाने के लिए चले जाते और वापस आते मगर अब मैं नए सालों को काल्पनिक तरीकों से मनाना चाहता हूँ । मगर ये तेज़ धुनें ये लाइटिंग ये भीड़ का शौर मुझे वहां तक पहुंचने नही देता ।

Art : Catherine Corfield

ਚਿਖੋਵ

1892 ਵਿੱਚ, ਚੇਖੋਵ ਨੇ ਮਾਸਕੋ ਤੋਂ ਲਗਭਗ 50 ਮੀਲ ਦੂਰ, ਇੱਕ ਵੱਡੇ ਜੰਗਲੀ ਇਲਾਕੇ ਵਿੱਚ ਮੇਲਿਖੋਵੋ ਏਸਟੇਟ ਖਰੀਦਿਆ। ਜਿਵੇਂ ਹੀ ਉਹ ਉੱਥੇ ਪਹੁੰਚੇ, ਉਹ ਜੰਗਲ ਵਿੱਚ ਰਹਿਣ ਦ...